रवि की अभी नई-नई शादी हुई थी उसकी पत्नी पूजा और उसकी सास ननंद सभी एक साथ मिलकर एक घर में रहते थे लेकिन पूजा की सास पूजा को बिल्कुल भी अच्छा नहीं मानती थी उसको किसी न किसी बात पर ठोकती रहती थी यह बात पूजा को बिल्कुल भी पसंद नहीं थी पूजा अपने पति से कहती है कि मुझे तुम्हारे मां के साथ नहीं रहना है मुझे भी तुम अपने साथ ले चलो.
तो मुझे
यहां बिल्कुल भी
अच्छा नहीं लगता
हैपू जा की यह
सब बातें सुनकर
रवि बोलता है ठीक
है मैं जब विदेश
जाऊंगा तो वहां
से कुछ ऑटोमेटिक
चीज भेजूंगा जो
तुम्हारे लिए घर
के सारे काम
आसान कर देगी
और तुम्हें परेशानी
नहीं होगी ऐसा बोलकर
कुछ दिन भी
जाते हैं रवि
फिर विदेश चला
जाता है अब
पूजा घर में
अकेले दिन भर
सारे घर का काम
करती है और सास
के ताने सुनती
रहती है
फिर एक दिन दरवाजे पर कोई बेल बजा रहा होता है तो वह दरवाजे पर जाती है और देखती हैं कि एक बहुत बड़ा पार्सल उसके गेट पर आया है तो वह पूछता है यह क्या है तभी कोरियर वाला बोलता है यह पार्सल विदेश से आया है इसमें कुछ सामान है आपके लिए तो पूजा तुरंत अपने पति को फोन करके पूछती है कि तुमने कुछ सामान भेजा है क्या तो रवि बोलता है हाँ मैने तुम्हारे लिए कुछ ऑटोमेटिक चीज खरीद कर भेजी है ताकि तुम्हें कुछ आराम मिले, जब पूजा उसे पार्सल को खोलती है तो उसमें घर के काम में आने वाली एक से एक बेहतरीन चीज निकलती है जिसे पूजा को घर के काम करने में आसानी होती है अब पूजा की सास उसको खाना बनाने को बोलती है तो पूजा तुरंत उसमें से एक रोटी मेकर निकलती है और उसे जल्दी रोटियां बनकर तैयार हो जाती है यह देखकर उसकी सास बहुत चिढ़ जाती है और उसकी ननद बोलती है भाभी भाभी घर बहुत गंदा हो रहा है जरा सफाई कर लो तो पूजा फिर एक दूसरा पार्सल खोलती है उसमें से एक वैक्यूम क्लीनर निकलती है जिसका बटन दबाते ही वह पूरे घर की आसानी से सफाई कर लेती है
अब उसकी सास और ननद यह सब देखकर चौंक जाते हैं और चिड़ने लगते हैं और यह सोचते हैं कि अब तो पूजा के पास ऑटोमेटिक सामान आ गया है अब यह आराम से सब काम करेगी उसकी मां बोलती है हमने नौकर तो इसलिए नहीं रखे थे ताकि यह काम करें और लेकिन देखो इसके पति ने तो सब ऑटोमेटिक चीजे भेज कर हमारा प्लान ही फेल कर दिया अब फिर पूजा की सास पूजा को परेशान करने के लिए बोलती है कि यह कपड़े धो लो तो पूजा तुरंत एक पार्सल और खोलती है जिसमें ऑटोमेटिक मशीन होती है जिसमे कपड़े बड़ी ही आसानी से धुलकर सूखकर और प्रेस होकर भी बाहर आ जाते हैं
अब यह सब देखकर उसकी सास हैरान हो जाती है और अपनी बेटी से बोलती है इसके पास तो हर चीज का तोड़ आ गया है अब हम क्या करें तभी उसकी सास अपने बेटे को फोन लगाती है और बोलती है तूने इतना खर्च करने की क्या जरूरत थी इतनी महंगी महंगी चीज घर में क्यों भेजी हम सब मिलकर काम कर तो रहे थे तभी रवि बोलता है कोई नहीं मां मैं नहीं चाहता कि आप को कोई परेशानी हो इसीलिए मैंने यह सब चीज भेजी है अब उसकी मां गुस्से से फोन रख देती है तब उसकी ननद बोलती है चलो हम एक काम करते हैं इन सामान को खराब कर देते हैं अब उसकी मां और नंद चुपके से ऑटोमेटिक सामान का तार निकालकर काट देते हैं और किसी ना किसी मशीन का कुछ और खराब कर देते हैं
अब जब पूजा
उन सामान को
यूज़ करती है तो
वह खराब होती
है फिर वह अपने
पति को फोन
लगाती है और
बोलती है यह
सब प्रोडक्ट तो
काम ही नहीं
कर रहे हैं
खराब हो गए
हैं तब उसका
पति बोलता है
तुम टेंशन मत
लो अभी यह
वारंटी में है
अभी इलेक्ट्रीशियन आके सारे
प्रोडक्ट्स चेक करके
रिपेयर कर देगा
तभी घर में
थोड़ी देर में इलेक्ट्रीशियन आजाता हे घर में सब
सामान दोबारा से
रिपेयर कर देता
है और सब ठीक
हो जाता है
अब उसकी सास और परेशान हो जाती है फिर से वह उन सामानों को फिर से खराब करने की कोशिश करती है तो उसको करंट लग जाता है जिसके कारण वह बिस्तर में पड़ जाती है और डॉक्टर बोलते हैं कि अब इनको कुछ समय के लिए ऐसे ही आराम की जरूरत और इनको अब ऐसे व्यक्ति की जरूरत पड़ेगी जो इनकी सेवा कर सके यह सब बात सुनकर उसकी सास परेशान हो जाती है और तभी उसकी बेटी भी बोलती है मां मेरे तो ससुराल से फोन आया है मुझे तो कल ही ससुराल जाना पड़ेगा ऐसा बोलकर वह भी अपनी मां को अकेला छोड़कर अगले दिन अपने ससुराल चले जाती है अब उसकी सास सोचती है कि अरे बेटी भी चली गई अब मेरा ख्याल मेरी सेवा कौन करेगा लेकिन वहां देखते हैं की बहू उसकी सेवा कर रही होती है उसकी सारी जरूरत को समय पर पूरा कर रही होती है
क्योंकि घर का
सभी काम ऑटोमेटिक
मशीनों के द्वारा
हो रहा होता
है अब उसके बेटे
का फोन आता
है तो मां
बोलती है बेटा
तूने सही कहा
था हमें समय
के साथ बदलना
जरूरी है आज
यह सामान हमारे
घर में तो बहू
भी मेरी सेवा
कर रही है
नहीं तो मैं
ऐसे ही पड़ी
रहती ऐसा बोल
रोने लगती हे
और अपनी बहू को
गले लगाती है
अब पूरा परिवार
हंसी-खुशी मिलकर
रहने लगता है.
0 टिप्पणियाँ