राजू अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी के लिए मुंबई ट्रेन से जा रहा होता है
रास्ते में ट्रेन स्टेशन पर रूकती है तो वह सोचता है कि चाय पी लेता हूं चाय पीने के लिए वह रेलवे स्टेशन पर उतरता है तो देखा है कि एक सुंदर सी लड़की कुछ सामान खरीद रही होती
हे और उसका पर्स निचे गिरा होता हे|
राजू जैसे ही उसका पर्स उठाकर देता है तो वह लड़की वहां से ट्रेन में बैठकर जा चुकी होती है वह उसे आवाज लगाता रह जाता है
राजू वह उसे पर्स को लेकर अपने कमरे में पहुंच जाता है और उसको चेक करता है तो उसमें से लड़की के डॉक्यूमेंट और कुछ पैसे होते हैं और उसमें एक फोन नंबर भी होता है
राजू उस फोन नंबर पर कॉल करता है तो वहां से एक लड़की की आवाज सुनाई देती है तो वह बोलता है आप कौन बोल रहे हो मुझे यह पर्स स्टेशन पर मिला है जिसके अंदर से यह नंबर मिला है
तभी लड़की बोलती है अरे हां मेरा पर्स है मैं इंटरव्यू के लिए जा रही थी रास्ते में ही कहीं गिर गया था तभी राजू बोलता है
कोई नहीं आप टेंशन मत लो आपका पर्स मेरे पास है लड़की राजू को थैंक यू बोलती है
राजू पूछता है मैं आपका पर्स आपका एड्रेस पर भेज दूंगा आप मुझे अपना एड्रेस बता दीजिए लड़की उसको अपना एड्रेस बता देती है और कुछ दिनों बाद लड़की को कोरियर वाला उसका पर्स दे जाता है
जब लड़की पर्स खोलती है तो उसको अपना सारा सामान वापस मिल जाता है और वह बहुत खुश हो जाती है और उसके बाद वह राजू को फोन करके थैंक यू बोलती है आपने मेरा सामान लौट कर बहुत बड़ा एहसान किया आपको पता नहीं कि इसमें मेरे कितने कीमती कागज है
वैसे आप करते क्या है तो राजू बताता है कि वह जॉब की तलाश में मुंबई आया है अपने दोस्तों के यहां रुका हुआ है तभी लड़की बोलती है अरे मेरे अंकल भी मुंबई में रहते हैं क्यों ना तुम एक बार उनसे जाकर मिल लो
अब राजू सोचता है कि चलो क्या पता मुझे इस अनजान शहर में किसी की मदद मिल जाएगी और राजू हां बोल देता है
अब वह लड़की उसको अपने अंकल का फ़ोन नंबर और एड्रेस दे देती है अगले ही दिन राजू तैयार होकर उस एड्रेस पर पहुंच जाता है और उसको पता चलता है कि यहां कॉल सेंटर का वर्क है
जब वह उसके अंकल से मिलता है तो वह बोलते हैं कि तुम्हें जॉब तब मिलेगी जब पहले यह फॉर्म भरकर और ₹5000 जमा करने पढ़ेंगे इसके बाद ही तुम्हारा सिलेक्शन होगा
अब राजू समझ नहीं पता कि जॉब के लिए पैसे कौन मांगता
है वह बोलता है ठीक है मैं थोड़ी देर में बताता हूं ऐसा बोल कर वह वहां से भाहर जाकर
बगल में एक चाय की दुकान पर बैठ जाता हे और चाय पीने लग जाता है
जब वह चाय पी रहा होता है तो दुकानदार
राजू से पूछता है बेटा तुम कहां से आए हो तो वह बताता है कि मैं बहुत दूर से आया हूं
फिर दुकानदार पूछता हैतु म क्यों आए
हो यहां
तो राजू बोलता है मुझे किसी ने भेजा
था यहां बोलकर की जॉब मिल जाएगी
तभी वह दुकान बोलता है कि बेटा तुम्हारे
साथ धोखा हुआ है यह लोग ऐसे ही करते हैं तुमसे पैसे लेंगे लेकिन तुम्हें कोई जॉब नहीं
मिलेगी
अब राजू को लड़की पर थोड़ा सा शक होता
है
फिर राजू लड़की को फोन करके बोलता
है कि वह जॉब के लिए पैसे मांग रहे हैं तब लड़की बोलती है हां तो क्या हो गया तुम्हें
अगर जॉब करनी है तो थोड़ा पैसा देना ही पड़ेगा
राजू को लड़की की बाते सुनकर अपनी ठगी
का एहसास होता है
दुकानदार उसको बताता है बेटा इन लोगों
का एक गैंग है ये लोगों को ऐसे ही बेवकूफ बनाके पैसे लेते हैं
तब दुकानदार राजू को उसको बताता है
कि स्टेशन पर किसी लड़की का पर्स मिला होगा तुमको
तो राजू चौक जाता है और बोलता है हां
ऐसा ही हुआ है
फिर दुकानदार बोलता है बेटा यह लोग
ऐसे ही काम करते हैं वह लड़की और कोई नहीं इनकी गैंग की ही सदस्य है
जो तुम जैसे बाहर शहर से आये भोलेभाले लड़को को फसा
कर बेवकूफ बनाते हैं
जब राजू ये सब पता चलता हे तो वह दुकानदार
का धन्यवाद बोलता है
उस दुकानदार ने आज इन लोगों के जाल में फंसने से
बचा लिया
अब राजू फिर से उस लड़की को दोबारा कॉल करता है तो
लड़की का फोन स्विच ऑफ आता है
और राजू को समझ में आ जाता है कि यह
लड़की भी इन्हीं के साथ मिली हुयी हे|
अब इन सब बातों को सुनकर बहुत मायूस हो जाता है और सोचने लगता है कि यहां तो कुछ काम नहीं मिलेगा
ऐसा सोचकर वह गांव वापस जाने का फैसला करता है लेकिन जैसे ही वह रेलवे प्लेटफार्म पर ट्रेन का इंतजार कर रहा होता है तो उसको वह लड़की फिर से स्टेशन पर दिखाई पड़ती है
और वह दौड़कर उस लड़की के पास जाता है उसको रोक कर पूछता है तुम ही हो ना जिसने मुझे भेजकर मुझे बेवकूफ बनाया
लड़की बोलती है हां मैं ही थी मैंने तुम्हारी मदद करने की कोशिश करी थी लेकिन तुम मुझे ऐसा क्यों बोल रहे हो
तब वह लड़का बताता है कि मुझे वहां उस दुकानदार ने सब बता दिया है कि तुम सब लोग मिले हुए हो और तुम लोगों ने ऐसे ही करके बेवकूफ बनाते हो
भला जॉब के लिए भी कोई पैसे मांगता है तब वह लड़की बोलती है तुमको पूरी बात की सच्चाई नहीं
पता हे
तुम्हें वहां जॉब में रखा जा रहा था वह बहुत अच्छी नौकरी है
मैं गरीब घर से हूं और मुझे पैसों की जरूरत है जब मैं वहां पर गयी थी मुझे बताया था कि अगर मैं किसी को जॉब में लगाती हूं तो वह लोग मुझे कमीशन के तौर पर कुछ पैसे देंगे जो जॉब लगने वालों से लिया जाता है
अगर तुम्हें वहां नौकरी नहीं करनी है तो कोई नहीं कोई दूसरी नौकरी कर लेना
बस मुझे अपनी मां के इलाज के लिए पैसे चाहिए थे तो मैंने सोचा तुम्हारी जॉब लग जाएगी और मुझे भी पैसे मिल जाएंगे इसलिए मैंने तुम्हें वहां भेजा था
जब रवि उससे पूछता है कि दुकानदार ने मुझे ऐसा क्यों बोला
तब वह लड़की बोलती है क्योंकि मैं वहां जाती रहती हूं
और जिस दिन तुम्हरा इंटरव्यू था में
उस दिन भी वहां ऑफिस गयी थी तुम्हरे लिए बात करने
तो मेने उस दुकानदार को तुम्हरे बारे
में बताया था
इसीलिए तुमसे ऐसी बातें कर रहा था
मेरा मकसद तुम्हें बेवकूफ बनाना नहीं था मेरी मजबूरी थी
इसलिए मैंने तुम्हें सोचा कि कुछ पैसे मिल जाएंगे और तुम्हें अच्छी जॉब मिल जाएगी
वह एक प्लेसमेंट एजेंसी है
रवि को उसकी बातों पर यकीन नहीं हो रहा था
तभी लड़की बोलती अगर तुम्हें यकीन नहीं है तो तुम मेरे घर आकर देखो पास में ही हे मेरी मां बीमार है
फिर रवि उसके साथ उसके घर जाता हे और देखता है उसकी मां वाक्य में ही बहुत बीमार है
रवि के पास कुछ पैसे होते हैं वह उसकी मां की दवाइयां के लिए लड़की को दे देता है और रवि को उस लड़की से प्यार हो जाता है
अब वह सोचता है कि यह भी तो एक अच्छा आईडिया है या जॉब दिलवाने का और उसके बदले आपको कुछ कमीशन मिलेगा
किसी का भला भी हो जाएगा और हमें भी एक रोजगार मिल जाएगा
यह सोचकर वह लड़की के साथ मिलकर अपना एक प्लेसमेंट एजेंसी खोल लेते हैं और दोनों दिन रात मेहनत करते हैं और उनका यह काम चल पड़ता है
अब दोनों शादी कर लेते हैं और एक सुखी जीवन व्यतीत करते हैं
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