राकेश एक बहुत ही स्मार्ट और हैंडसम लड़का है वहीं प्रीति दिखने में बहुत ही खूबसूरत है लेकिन अपने बढ़ते हुए वजन से वह खुद को अंडरस्टीमेट करती रहती है उसको खुद नहीं समझ में आ रहा था कि उसका वजन क्यों बढ़ रहा है लेकिन कहते हैं ना कुछ लोग मोटे होने के बाद भी खूबसूरत लगते हैं प्रीति उनमें से ही एक है
राकेश हैंडसम होने के साथ-साथ एक अच्छी जॉब पर भी था लेकिन उसकी शादी नहीं हो पा रही थी कितने लोगों को दिखाया हर कोई कुछ ना कुछ बोल कर शादी की बात को टाल देता था इसी वजह से उसकी उम्र 35 से ऊपर पहुंच गई थी अभी तक उसकी शादी कहीं भी तय नहीं हुई अब वह भी सोचने लगा था कि यार इतना स्मार्ट हैंडसम होने का क्या फायदा जब मेरी शादी नहीं हो पा रही है और उसके ऑफिस में भी अब उसके कॉलीग उसको बार-बार यही पूछते रहते थे सर आपकी शादी कब हो रही है गुड न्यूज़ कब दे रहे हो.
यह सुनकर सुनकर वह पक गया था एक दिन ऑफिस में बैठा वह कुछ काम कर रहा था तभी उसकी ऑफिस कलीग सोना वहां आई और बोली यह लो मेरी शादी का कार्ड तुम तो अपनी शादी का कार्ड पता नहीं कब दोगे मेरी शादी तय हो गई है लड़का भी बहुत हैंडसम है और एब्रॉड में रहता है शादी के बाद मैं भी एब्रॉड सेटल हो जाऊंगी ऐसा कहते हुए वहां से चली जाती है अब राकेश उसकी शादी का कार्ड देखकर सोच में पड़ जाता है और बोलता है ऊपर वाले सब की शादी हो रही है मेरी कब होगी इतने में ही उसका एक फ्रेंड आता है और बोलता है यार तू एक काम क्यों नहीं करता तू मेट्रोमोनियल साइड में ट्राई क्यों नहीं करता वहां पर तो बहुत सारे रिश्ते दिखाते हैं और ऐसा भी नहीं कि तुझे हर किसी से मिलने जाना है जो तुझे पसंद आए उससे मिलना और बात करना जो तुझे अच्छी लगे
अब राकेश घर पहुंच कर कंप्यूटर के आगे बैठ जाता है और मैट्रिमोनियल साइट सर्च करता है तो उसे कुछ खास नजर नहीं आता लेकिन तभी वहां पर उसको एक प्रीति नाम की प्रोफाइल दिखाई देती है और उसको प्रीति एक नजर में ही पसंद आ जाती है राकेश को प्रीति की प्रोफाइल पसंद आ जाती है तो वह उसको मैसेज भेजता है जब प्रीति अपनी प्रोफाइल चेक करती है तो वह मैसेज देखती हैं अब दोनों अपना नंबर शेयर करते हैं और एक रेस्टोरेंट में मिलने का फैसला करते हैं अब प्रीति और राकेश एक रेस्टोरेंट में मिलते हैं तो पहली नजर में ही दोनों एक दूसरे को पसंद कर लेते हैं राकेश बोलता है प्रीति तुम बहुत खूबसूरत लग रही हो और वही प्रीति बोलती हैं आप भी बहुत स्मार्ट लग रहे हो
अब दोनों एक दूसरे को पसंद कर लेते हैं कुछ दिनों के बाद राकेश अपने चाचा चाची से बोलता है कि मुझे प्रीति के घर शादी का रिश्ता लेकर जाना है राकेश जो अपने चाचा के साथ एक घर में रहता है चाचा जी बोलते हैं राकेश इतनी जल्दी क्यों है आराम से जाएंगे लेकिन राकेश अपने चाचा को फोर्स करने लगता है राकेश के चाचा नहीं चाहते थे कि राकेश की शादी तय हो क्योंकि राकेश ही सारे घर का खर्चा उठता था और यह बात उसके चाचा को अच्छे से पता थी कि अगर इसकी शादी हो जाएगी तो हमारा क्या होगा इसीलिए वह राकेश की शादी अभी तक नहीं होने दे रहे थे लेकिन राकेश इन सब बातों से अनजान था वह चाचा को बहुत फोर्स करता है तब चाचा बोलते हैं ठीक है हम सब चलेंगे अब राकेश …. राकेश प्रीति के घर अपने चाचा चाची और बच्चों को लेकर पहुंचता है जब प्रीति चाय लेकर आती है तो चाचा जी बोलते हैं राकेश मुझे तो लड़की कुछ खास पसंद नहीं आ रही है कुछ ज्यादा ही मोटी लग रही लगता है सारा खान यही खाती होगी इस घर का ऐसा बोलकर प्रीति का मजाक बनाते हैं तभी बच्चे भी बोलते हैं भैया भाभी तो बहुत गोल-मटोल है खूबसूरत है आपकी तो लॉटरी लग गई ऐसा बोलकर हंसने लगते हैं
अब राकेश मन ही मन खुश हो जाता है कि चलो बच्चों को तो कम से कम प्रीति पसंद आई अब प्रीति और राकेश की शादी धूमधाम से हो जाती है लेकिन इस शादी से चाचा खुश नहीं थे क्योंकि उनको ऐसा लगता था कि कहीं राकेश अपनी पत्नी के साथ हमसे अलग ना रहना लगे तो हमारा खर्चा कैसे चलेगा अब चाचा रोज नई-नई शाजिश से रचने लगते हैं जब मोहल्ले की कुछ औरतें प्रीति को देखने आती है वह चाची की सहेलियां होती हैं तो वह चाची की साइड लेते हुए बोलती है अरे राकेश तू तो इतना खूबसूरत है क्या तुझे यही मिली कैसी लग रही है राकेश बोलता है कोई नहीं मैं खुश हूं अब थोड़ी देर बाद सब लोग चले जाते हैं
तो राकेश प्रीति से बोलता है कि तुम उन लोगों की बातों का बुरा मत मानना यह लोग ऐसे ही होते हैं और दोनों सो जाते हैं अब 1 दिन राकेश अपने ऑफिस के सभी दोस्तों को घर में खाने के लिए इनवाइट करता है तो सभी लोग डिनर के लिए शाम को घर आते हैं तो वही राकेश की ऑफिस की कॉलीग सुषमा जो मन ही मन राकेश को चाहती थी लेकिन राकेश उसको पसंद नहीं करता था क्योंकि सुषमा ने उसको एक बार प्रपोज किया था और राकेश ने उसका प्रपोजल रिजेक्ट कर दिया था वह भी शाम को डिनर पर आती है तो सभी ऑफिस वाले प्रीति की तारीफ करते हैं यार तुम्हारी जोड़ी बहुत अच्छी है और राकेश भाई तूने तो कमाल कर दिया सेटल हो गया मजा आ गया ऐसा बोलते हैं लेकिन वहीं सुषमा बोलती है लड़की थोड़ी मोटी नहीं है राकेश क्या तुम्हें यही पसंद आई ऐसा बोलकर हंसने लगती है और बोलती है तुम बुरा मत मानना मैं तो मजाक कर रही थी
फिर सब लोग डिनर करने लगते हैं अब राकेश सोचता है कि यार सभी लोग प्रीति को मोटा बोल रहे हैं तो वह शाम को जब सब लोग चले जाते हैं तो वह प्रीति के साथ बैठा होता है तो प्रीति से बोलता है प्रीति एक बात कहूं बुरा तो नहीं मानोगी प्रीति बोलती है बोलो राकेश ….. राकेश बोलता है यार तुम्हारा वजन कुछ ज्यादा नहीं लग रहा है क्योंकि देखो चाचा भी यही बोल रहे थे सुषमा भी यही बोल रही है तुम इस पर कुछ करती क्यों नहीं हो ….प्रीति बोलती है….अरे हम खाते पीते घर के हैं तो थोड़ा सा वजन हो ही जाता है मैं तो तुम्हें ऐसे ही पसंद हूं जैसी भी हूं इसमें क्या फर्क पड़ता है लेकिन राकेश कहीं ना कहीं लोगों की बातों से प्रभावित हो जाता है और प्रीति से जिद करने लगता है कि प्रीति तुम अपना वजन घटाओ और तुम कल से मॉर्निंग वॉक पर मेरे साथ चलो और तुम्हारे खाने पर भी तुम्हें कंट्रोल करना होगा तो प्रीति बोलती है राकेश मैं तो कुछ ऐसा खाती नहीं हूं घर का नॉर्मल खाना पसंद करती हूं जो घर में बनता है वही खाती हूं तो उसमें भी क्या रोक-टोक करूं
राकेश बोलता है नहीं मैं तुम्हारे लिए डाइट प्लान बनाऊंगा अब मैं तुम्हारा वजन कम करूंगा अब प्रीति को समझ में नहीं आता लेकिन वह बोलती है जैसे तुम्हे खुशी मिले वैसे करने को रेडी हूं लेकिन उसको यह नहीं पता होता कि राकेश किस हद तक चल जाएगा अब राकेश प्रीति को मॉर्निंग वॉक के लिए ले जाता है 10 किलोमीटर तक चलने के बाद दिन में सूखी दाल और दो चपाती देने लगता है और बोलता है तुम्हारा वजन ऐसे ही घट जाएगा प्रीति बोलती है एक बार डाइटिशियन से पूछ करडायट प्लान कर लेना चाहिए तो राकेश बोलता है मुझे पता है कैसे करना है ऐसा बोलकर उसको रोज सुबह वॉक पर ले जाता है और डाइटिंग के हिसाब से उसे खाना देता है कुछ दिनों बाद धीरे-धीरे प्रीति की हालत खराब होने लगती है और प्रीति एक दिन चक्कर आकर बेड पर जोर से गिर जाती है राकेश दौड़ा दौड़ा जाता है और उससे पूछता है क्या हुआ प्रीति, प्रीति बोलती है पता नहीं राकेश मुझे चक्कर आ रहे हैं कमजोरी महसूस हो रही हे
तो अब राकेश उसको हॉस्पिटल ले जाता है तो वहां डॉक्टर जब प्रीति को देखते हैं तो बोलते हैं इनके कुछ टेस्ट वगैरह करने पड़ेंगे अभी तो कुछ दवाइयां लिख देते हैं दवाई खाकर प्रीति थोड़ा सा रिलैक्स फील करती हैऔर वह लोग घर आ जाते हैं अब प्रीति थोड़ा सा ठीक हो जाती है तो राकेश उसको फिर से वॉक पर चलने के लिए जिद करता है तो प्रीति बोलती है राकेश मेरी तबीयत सही नहीं है तुम समझा करो इतनी ज्यादा वॉक नहीं कर सकती मैं लेकिन वह फिर भी उसकी जिद करके ले जाता है जब वह घर आती है तो उसकी हालत और खराब होने लगती है और तभी प्रीति के मम्मी पापा भी उससे मिलने के लिए उसके घर आ जाते हैं प्रीति के मां-बाप जब प्रीति को देखते हैं तो उससे पूछते हैं बेटा तुम इतनी कमजोर जैसी क्यों लग रही हो तब प्रीति अपनी मम्मी को सब बातें बता देती है बोलती है पता नहीं किसकी नजर लग गई है हमारे रिश्ते को इनका व्यवहार एकदम से बदल गया है
कुछ दिनों से यह सब चल रहा है यह सब सुनकर उसके मां-बाप बोलते हैं बेटा अगर ऐसी बात है तो कुछ दिन तू हमारे साथ घर चल तुम्हारा दिल भी बहल जाएगा और तुम्हें ठीक भी लगेगा . प्रीति राकेश से मायके जाने के लिए पूछती है लेकिन राकेश साफ मना कर देता है और फिर कुछ दिनों तक यही चलता रहता है तो प्रीति गुस्से में राकेश से झगड़ा करके अपना सारा सामान उठा कर अपने मायके वापस चली जाती है अब राकेश ऑफिस में बैठा हुआ काम कर रहा होता है तभी उसको एक फोन कॉल आता है जब वह फोन उठाता है तो वहां से आवाज आती है हेलो आप राकेश बोल रहे हैं मैं डॉक्टर बोल रहा हूं आपने कुछ दिन पहले अपनी वाइफ के टेस्ट करवाए थे तब राकेश बोलता है हां सर बताइए तो डॉक्टर बोलते हैं उनके सभी blood रिपोर्ट्स वगैरह आ गई है आपकी वाइफ को थायराइड है जिसकी वजह से उनका वजन थोड़ा ज्यादा ही बढ़ रहा है और जैसा आप बता रहे थे कि वह ज्यादा ओवर इटिंग करती है जिसकी वजह से वजन बढ़ रहा है ऐसा कुछ नहीं है
ओवर इटिंग की वजह से नहीं थायराइड की वजह से उनका वजन बढ़ रहा है इसलिए आप उनके खान-पान पर रोक-टोक ना करे जो नॉर्मल खाना खा रही है उनको खाने दे और यह जो आपकी गलतफहमी थी इसको दूर करें और कुछ दवाइयां मैं लिख दे रहा हूं उनको ले जाना डॉक्टर की यह सब बातें सुनने के बाद राकेश एकदम से चौंक जाता है और वह सोच में पड़ जाता है कि मैं प्रीति को कितना परेशान कर रहा था उसके साथ कितना गलत कर रहा था और उसकी हमेशा सुनता रहता था कि तुम ज्यादा खाना खाती हो जिसकी वजह से तुम्हारा वजन बढ़ रहा है और लोगों की बातों में आकर मैंने अपनी वाइफ से कितना गलत व्यवहार किया अपनी फैमिली को डिस्टर्ब करा यह सब चीज यह सब सोचने के बाद राकेश को अपनी गलती का एहसास होता है और वह तुरंत ही प्रीति के मायके जाता है और प्रीति के मायके जाकर प्रीति से माफी मांगता है
बोलता है प्रीति में लोगों की बातों में आकर बहक गया था आज मुझे एहसास हुआ कि कभी किसी की बातों में आकर अपने रिश्ते को खराब नहीं करना चाहिए ऐसा बोलते हुए वह प्रीति से माफी मांगता है अब दोनों अपने घर वापस चले आते हैं और आपस में दोनों फैसला करते हैं कि अब हम दोनों किसी की भी बातों में नहीं आएंगे और राकेश घर पर देखता है उसके लिए एक लेटर आया होता हे जब वह लेटर खोलता है तो उसमें उसकी जॉब प्रमोशनका होता है अब उसको ब्रांच हेड बनकर कंपनी लंदन जाने का ऑफर दिया होता है अब यह बात वह प्रीति को बताता है तो प्रीति खुश हो जाती है दोनों ही कुछ दिनों बाद लंदन की फ्लाइट पकड़ कर लंदन सेटल हो जाते हैं और एक हैप्पी लाइफ जीते हैं.
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