निकल जाओ इस घर से अब मैं तुम दोनों की चालाकी समझ गई हूं देवरानी नहीं इस घर के लिए नौकरानी लाए हो तुम …यह बात मुझे उसी दिन समझ जानी चाहिए थी जिस दिन तुम दोनों ने मुझसे बोला था कि रवि की शादी कर देनी चाहिए …यह कहानी है सरिता और पूनम की आज उनकी सास ने उनका सामान घर के बाहर फेंक दिया था और दोनों अपनी सास से हाथ जोड़कर माफी मांग रहे हैं आईए जानते हैं आज की कहानी में देवरानी नहीं नौकरानी लाए हैं
सरिता और पूनम
घर का काम
करते-करते बहुत
थक गए थे
क्योंकि दोनों घर की
बड़ी बहुएं होती
हैं इसीलिए घर
का सारे काम
की जिम्मेदारी उन्हीं
के कंधों पर
होती है आज
तो हद तब हो
गई जब उसकी
सास ने उन्हें
बुलाया और उनसे
बोला तुम्हें पता
है ना तुम्हारे
ससुर जी का
ऑफिस जाने का
टाइम हो गया
है सुबह से
अभी तक नाश्ता
तैयार नहीं कर
सके तुम बताओ
क्या करना है
तभी ससुर जी
बोलते हैं हां
मुझे जल्दी से
नाश्ता तैयार करके दे
दो मुझे ऑफिस
जाना है अगर
तुमसे काम नहीं
होता है तो
मैं बिना खाए
चला जाता हूं
अब दोनों बहुये एक
दूसरे का मुंह
देखते हैं और
फिर अपनी सास
से बोलते हैं
मां जी हम
भी दिन भर
काम करते हैं
और काम करते करते हमारा शरीर
थक जाता है
थोड़ा सा खाना
बनाने में अगर
लेट भी हो
गया है तो
इसमें गुस्सा होने
की क्या जरूरत
है अगर तुम्हें
इतनी ही ज्यादा
जल्दी है तो
देवर जी भी तो
शादीके लायक हो
गए हैं उनकी
शादी कर दो
घर में एक
बहू और आ
जाएगी तो सब
मिलकर काम करेंगे
जल्दी काम हो
जाएगा लेट भी
नहीं लगेगा
बहू की बातें
सास बोलती
है हां तुम
सही कह रही
हो रवि भी
अब शादी लायक
हो गया है
अब दोनों सास
ससुरआपस में बोलते
हैं चलो इसके
रिश्ते के लिए
कहीं बात करते
हैं
एक दिन
घर में पंडित
जी को बुलाकर
रवि के लिए
एक अच्छी सी
लड़की का रिश्ता
तय कर देते
हैं और रवि
की धूमधाम से
शादी हो जाती
है
अब घर में नई बहू
आती है …..दोनों
बड़ी बहुएं मन
ही मन खुश होती
है और बोलती हे अब आएगा
मजा… तभी उनमें
से एक बहू
अपनी देवरानी से
बोलती है तुम इतना
क्यों खुश हो
रही हो … तो
पूनम बोलती है
अरे घर का
काम कर कर
के तो हम
थक गए थे
अब सारा काम
नई वाली बहू
से करवाएंगे तभी दूसरी बहू
बोलती है लेकिन
यह सब हम
कैसे करेंगे क्योंकि
काम तो हम
तीनों को मिलकर
ही करना पड़ेगा
तभी पूनम सरिता से बोलती हैं चलो बहुत
दिन हो गए
शॉपिंग करने कहीं
नहीं गए आज
क्यों ना शॉपिंग
करने जाएं
अब दोनों बहुएं प्लान बनाकर
तैयार हो जाती हैं
और जैसे ही
हाल में आती हैं
उनकी सास पीछे
से आवाज लगाती है
बहू कहां जा
रही हो दोनों
घर में इतना
सारा काम पड़ा
है
सरिता थोड़ा सा घबरा
जाती है क्योंकि
उसको कुछ जवाब
समझ में नहीं
आता तभी पूनम
बोलती है अरे
मां जी सरिता
के घर से
फोन आया था
इसकी मां जी
की तबीयत बहुत
खराब है उनको
देखने के लिए
जा रहे हैं
हमें पता है
घर के काम
है लेकिन क्या
करें हमारी मजबूरी है
कोई नहीं मां
जी घर का
काम नई बहु संभाल
लेगी
शाम का जो
भी काम होगा
वह हम आकर
कर लेंगे ऐसा
बोलकर दोनों जेठानी
वहां से चली
जाती है और
मजे से मॉल
में शॉपिंग करते
हैं और अपनी छोटी
देवरानी का मजाक
बनाते हुए बोलते
देखा मैंने आज
कैसे उनका उल्लू
बनाया ऐसे ही
बनाएंगे और हम
दोनों आराम करेंगे
इनको तो
हम
नौकरों की तरह
काम करवाएंगे ऐसा
बोलकर दोनों शाम
को घर आ
जाते हैं
जब घर पर
आते हैं तो
देखते हैं कि
घर का सारा
काम तो हो
गया था लेकिन
बर्तन किचन में
पड़े हुए थे
तभी उनमें से
बड़ी जेठानी बोलती
है अरे यार
यह बर्तन कौन
धोएगा एक तो
इतना थक गई
हूं ऊपर से
यह बर्तन धोने
पड़ेंगे अब दोनों
सोचती हैं कि
अब क्या बहाना बनाया जाए
तभी उनमें से
बड़ी वाली जेठानी
बोलती देखो
वह आ रही
है
जैसे ही नई
बहू किचन में
आती है तो
उनमें से बड़ी
वाली जेठानी बोलती है
हाय रे आज
मेरे सर में
इतना दर्द हो
रहा है क्या
बताओ तभी छोटी
जेठानी बोलती है हां
मेरी भी तबीयत
सही नहीं लग
रही है क्योंकि
इतनी दूर जाना
पड़ा और आते
समय चलते-चलते
मेरे पैरों में
बहुत दर्द हो
गया है ऊपर से
बर्तन धोने पड़ेंगे
चलो अब दो
ही देता हूं
हमारी छोटी बहू
भी तो थक
गई होगी
तभी नई बहू
बोलती है अरे
दीदी आप लोग
रहने दो इतनी
दूर से आए
हो और थक
गए हो रहने
दो मैं कर
लेती हूं वैसे
भी मैं कर
रही थी वह
जरा नीचे चाय
देने गई थी
मां जी को
अब दोनों उसकी
यह बात सुनकर
वहां से चुपचाप
चले जाते हैं
और अपने कमरे
में जाकर मजे
से टीवी देख
रहे होते हैं
तभी उनकी सास
कमरे में आ
जाती है औरउसके
बाद
सास को देखते ही दोनों
बहुएं एकदम से घबरा जाती है और तभी उनमें से बड़ी बहू बोलती है मां जी आप अभी यहां
पर कुछ काम था क्या दोनों अब सब-पका कर एक दूसरे का मुंह देखते हैं तभी उनकी सास बोलती
है हां मुझे छोटी बहू ने बताया था कि तुम्हारी तुम दोनों की तबीयत खराब हो रही है क्या
हो गया है तभी बड़ी वाली बहू बोलती है कुछ नहीं हम लोग अभी शॉपिंग करके उसके मुंह से
यह बात निकलते निकलते रह जाती है.. लेकिन तभी दूसरी बहू उसको कोहनी मारते हुए बोलती
है अरे वह इसकी मां की तबीयत खराब थी ना वहां पर गए थे तो जिस रास्ते हम आ रहे थे रोड
बहुत खराब थी आजकल जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं ऐसे रास्ते से आने से मेरे सर में दर्द
हो गई है और इसका क्या हो रहा है यह ही बता सकती है अब उसकी सास बड़ी बहू की तरफ देखती
है तो वह बोलती है हां मेरी कमर में बहुत दर्द हो गया है
मैं तो बर्तन धोने
जा रही थी लेकिन देवरानी जी ने बोला आप दोनों थक गई हो होगी तो आप दोनों और आप दोनों
की तबीयत भी सही नहीं लग रही है तो आज मैं कर देता हूं कल आप कर लेना इसीलिए हम ऊपर
कमरे में आ गए तभी उनकी सास बोलती है कल घर में मेने कीर्तन रखे हे तो कल घर का सारा
काम तुम दोनों को संभालना हे क्युकी छोटी बहु अवि नई हे उसे अभी इन सब का अनुभव नहीं
हे तो तुम दोनों को सारा काम करना हे चलो ठीक है तुम दोनों अब आराम करो ..ऐसा बोल कर
वहां कमरे से चली जाती है
अब दोनों बड़ी बहुएं
सोच में पड़ जाती है कि कल तो बहुत ज्यादा काम करना पड़ेगा अब हम क्या करेंगे तभी उनमें
से बड़ी वाली बोलती है अरे है ना हमारी फ्री फंड की नौकरानी देवरानी सारा काम उसी से
करवाएंगे तभी छोटी वाली बोलती है लेकिन उसे कैसे कराएंगे काम सबको मिलकर ही करना पड़ेगा
तभी बड़ी वाली बोलती
है अरे तू देख तो अब मैं क्या करती हूं कल हम दोनों दिन में डॉक्टर के पास जाने का
बहाना बनाएगे है कीर्तन तो शाम को होंगे तब तक हम आ जाएंगे क्योंकि तेरे सर में बहुत
दर्द है इसीलिए कुछ टेस्ट करने पड़ेंगे ऐसा बोलेंगे सास से
अब अगले दिन दोनों
अपने घर पर यह बात बोलकर घर से चले जाते हैं जैसे ही वह घर से निकलते हैं तो पास ही
एक दुकान पर साड़ियों की सेल लगी होती है वहां जाकर दोनों कुछ शॉपिंग करते हैं और शॉपिंग
करते-करते दोनों बातें करते हैं कि हम आराम से घर जाएंगे तैयार होकर तब तक कीर्तन का
सारा काम देवरानी कर लेगी
दोनों साड़ियां देख
रही होती है तो वही उनके मोहल्ले की एक दूसरी औरत दिखती है अब दोनों उससे बचने के लिए
अपने आप को छुपाने की कोशिश करते हैं और छोटी वाली बोलती है अरे यह तो हमारे मोहल्ले
में रहती है अब क्या करें अगर इसने हमें यहां देख लिया तो सारा का सारा भांडा फूट जाएगा
और यह हमारे घर जाकर हमारी सास को बता देगी
क्याकरें तो जेठानी बोलती है कोई बात नहीं यह अभी
अंदर आई है तो हम पीछे के रास्ते से बाहर निकल जाएंगे तो जैसे ही दोनों बाहर जाते हैं
और रोड पर पहुंचते हैं तो उतने में बड़ी वाली का पति उनको बाइक से आते हुए दिखाई देता
है उसके पति की नजर उन दोनों पर पड़ती
हे
वह बाइक रोककर पूछता
अरे तुम यहां क्या कर रहे हो तभी बड़ी वाली बोलती हैं अरे हम टेस्ट करने आए थे क्योंकि
इसके मेरे में बहुत दर्द हो रहा है तो अभी थोड़ा टाइम लगेगा हमने सोचा तब तक कुछ दवाइयां
खरीद लेते हैं इसीलिए यहां सामने ही दवाइयां लेने आए थे तभी वह देखता हे कि सामने तो कोई दवाई की दुकान ही नहीं दिख
रही फिर बोलता है यहां तो कोई दवाई की दुकान नहीं है
तभी बड़ी वाली बहू
बोलती है अरे हम यही तो पूछने के लिए जा रहे थे कि यहां कोई आसपास दवाई की दुकान है
या नहीं फिर वह अपने पति से पूछती है तुम कहां जा रहे हो तो वह बोलता है मैं तो घर
जा रहा हूं चलो तुम तुम लोगों को छोड़ देता हूं तभी वह बोलती है नहीं हम लोग तो अभी रिपोर्ट लेकर आएंगे आप चले जाओ अब वह वहां से चला जाता है
तभी दोनों आपस में
बोलती हैं आज तो बच गए लेकिन इतना झूठ भी तो
बोलना अच्छी बात नहीं बड़ी वाली बोलती है कभी-कभी बोलना भी पड़ता है तू मेरे साथ रहेगी
तो सीख जाएगी चल अभी काम करते हैं शाम को कीर्तन होंगे मोहल्ले की सारी औरतें आएंगे
तो तू ऐसे ही जाएगी पास में ही पार्लर है वहां से थोड़ा सा मेकअप करा लेते हे
दोनों पार्लर में अपना
मेकअप करवा कर जब दोपहर में घर पहुंचते हैं तो देखते हैं कि घर का सारा काम छोटी देवरानी
ने कर लिया होता है अब वह दोनों एक दूसरे को देखकर हंसती है और बड़ी वाली बोलती है
देखा हमें एक भी काम नहीं करना पड़ा और हम पार्लर से भी तैयार होकर आ गए
तभी उनकी सास आ जाती
है और उनसे पूछती है आ गई तुम दोनों क्या कहा डॉक्टर ने दवाइयां दी तुम लोगों को तो
बड़ी वाली बोलती है हां डॉक्टर ने दवाई दी है आराम करने को बोला है
वही जो घर की छोटी
देवरानी होती है बेचारी सारा काम करके थक गई होती है उसके पास पानी पीने का भी टाइम
नहीं होता और छोटी देवरानी से सास बोलती है तुम तैयार होने चले जाओ कुछ ही देर में
सभी औरतें कीर्तनों के लिए घर आ जाएंगे
तभी उनकी सास अपनी
दोनों बड़ी बहू का चेहरा देखती हैं उनके चेहरे पर अलग ही चमक है तब वह उनसे पूछती है
तुम दोनों तो अभी बाहर से आ रही हो और तुम्हारे चेहरे पर यह मेकअप कहां से लगाया है
अब दोनों एक दूसरे का मुंह देखते है और बोलते हैं मां जी आपको गलतफहमी हो रही है बाहर
इतनी धूप हो रही थी पसीने में मुंह पोछते पोछते हमारी हालत खराब हो गई है और आप कह
रही है हमारा चेहरा चमक रहा है धूप और पसीने की वजह से मुंह चमक रहा होगा चलो मां जी
मैं ऊपर जाती हूं मुझे भी तैयार होना ऐसा बोलकर दोनों बहुये ऊपर कमरे में तैयार होने
चली जाती है
लेकिन उनकी सास उनकी
इन हरकतों को नोटिस करती रहती है और उसको उन दोनों पर शक हो जाता है कि जरूर यह दोनों
कुछ ना कुछ छुपा रहे हैं दाल में कुछ काला है मुझे इन दोनों पर नजर रखनी होगी अब दिन में कीर्तन खत्म
हो जाते हैं शाम को बड़ी वाली का पति घर आता है वह खाना खा रहा होता है तभी उसका पति
उससे बोलता है
अरे आज तो तुम्हारी
तबीयत खराब थी डॉक्टर को दिखाने गई थी तो डॉक्टर ने क्या बोला और तुमने तो मुझे अपनी
रिपोर्ट्स भी नहीं दिखाई तब बड़ी वाली बहु बोलती है कि ऊपर कमरे में रखी है अभी दिखा
दूंगी ऐसा बोलकर बात को टाल देती हे
वह लोग अपने अपने कमरे में चले जाते हैं तभी उसका
पति बोलता है अरे आज दिन में आते समय मेरा मोबाइल में चार्जिंग खत्म हो गई थी और स्विच
ऑफ हो गया था मैंने इसको चार्ज पर लगाया था जरा मुझे मेरा फोन देना मैं चेक तो करूं
कितनी चार्जिंग हुयी है तो वह उसको मोबाइल उठा कर देती है जैसे ही वह मोबाइल ऑन करता
है तो उसके मोबाइल में एसएमएस आते हैं जिस जिसमें ₹12000 क्रेडिट कार्ड से कट चुके
होते हैं वह एकदम से चौंक जाता है और मैसेज को ध्यान से देखा है तो पता चलता है कि
यह किसी पार्लर की दुकान का बिल है जिसमें जो ₹12000 जहां कट गए हैं वह अपनी पत्नी
से पूछता है यह पार्लर का बिल 12000 तुमने कटवाया था
तब वह बोलती मैं डॉक्टर
के पास गई थी वहां पार्लर वाली मेरी सहेली है उसको पैसों की जरूरत थी इसीलिए मैंने
उसको ₹12000 दिए हैं कह रही थी बाद में दे दूंगी चलो मैं थक गई हूं आप सो जाओ ऐसा बोलकर
वह सो जाते हैं
अब उसकी सास अगले दिन
सुबह अपने बेटे से बोलती है बेटा तूने बहू की रिपोर्ट देखी कि क्या आया है रिपोर्ट
में सब ठीक तो है तभी उसका पति बोलता है हां मां तूने सही कहा में भूल गया था में नाश्ता
कर रहा हूं आप तब तक ऊपर से रिपोट्स
लेके आ जाओ में पोर्ट देख लूंगा
जैसे ही सास कमरे के
पास पहुँचती हे तो अपनी दोनों बहुओ की जोर-जोर से हंसने की आवाज सुनती है और वह कान
लगाकर उसकी बातें सुनने लग जाती हे तो वह दोनों बहुये आपस में बोलती है आज तो मैं फसी
गई थी पार्लर का 12000 का बिल मैसेज आया था तो मैंने बोला मेरी सहेली को जरूरत है ऐसा
बोलकर मैंने उनको बेवकूफ बना दिया अगर उन्हें पता चल जाएगा कि मैं किसी डॉक्टर के पास
नहीं पार्लर में गई थी तो मेरी सास को बता देंगे और हम अपनी देवरानी से नौकरों की तरह
काम भी नहीं कर पाएंगे और हम आराम भी नहीं कर पाएंगे
अब उन दोनों की सब
बाते सास सुन लेती हे अब वह उन दोनों को सबक
सिखाने के लिए एक योजना बनाती हैं
अगले दिन वह तीनों
बहू को नीचे हॉल में बुलाती है और अपनी सबसे छोटी नई बहू को घर की चाबी देते हुए बोलती
है बहू यह लो घर की चाबियां आज से तुम इस घर को संभालोगी अब अपनी सास की यह बात सुन
कर दोनों बड़ी बहू एकदम से गुस्से में आ जाती
हैं और नाराज होते हुए बोलती है मां झी हमने तो सुना था कि घर की चाबियों पर सबसे पहला
हक बड़ी बहू का होता है यह तो कल की आई हुई नई बहू है और आप इसको घर की चाबी देकर हमारा
अपमान कर रहे हो तभी उनकी सास गुस्से में उनका सारा सामान उठाकर घर के बाहर फेंकती
है और बोलती है निकल जाओ तुम दोनों इस घर से तुमने मेरी छोटी बहू को अपनी देवरानी नहीं
नौकरानी बनाकर रखा है तुम्हें इस घर में रहने का कोई हक नहीं तुम दोनों क्या सोचती
हो हमे..
तुम दोनों का जुठ नहीं पता चलेगा कल तुम दोनों
ने हमसे झूठ बोला था कि डॉक्टर के पास गई हो
और तुम दोनों पार्लर गई थी
तुम्हारा झूठ में आज
शाम को तुम दोनों के पतियों को बताऊंगी तब तुम्हें पता चलेगा कि झूठ बोलने का क्या
नतीजा होता है अब दोनों एक दूसरे को देखते हुए बहुत शर्मिंदगी महसूस करते हैं और अपना
सर नीचे झुका लेते हैं और अपनी सास के पैर पकड़ कर बोलते हैं मां जी हमें माफ कर दीजिए
हमारे पतियों को यह सब मत बताना हमसे गलती हो गई आज से हम तीनों बहनें बनकर रहेंगे
ऐसा बोलकर वह अपनी सास से माफी मांगने लगते हैं और उनकी सास उनकी नादानी समझ कर उनको माफ कर देती
है.
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