ऑटो वाला गरीब बना करोड़पति | Garib Bana Crorepati | Waqt Sabka Badalta Hai | Hindi Kahani | Moral Story

आज बाजार में बहुत भीड़ थी क्योंकि सभी लोग त्योहार की तैयारी में लगे हुए थे वहीं एक ऑटो वाला भी अपनी सवारी का इंतजार कर रहा होता है तभी वह देखता है कि एक महिला उसको आवाज लगा रही होती है

 वह उसके पास जाता है तो महिला उसे  बोलता हैतो वह महिला उससे बोलती है क्या तुम यह सामान मेरे एड्रेस पर पहुंचा दोगे तभी वह ऑटो वाला बोलता है हां मैं पहुंचा दूंगा लेकिन इसके आपको ₹100 लगेंगे उतने में ही वह महिला भड़क जाती है और अपने पति से बोलती है देखो तो कितने ज्यादा पैसे मांग रहा है इतने में तो दो ऑटो चले जाएंगे





ऑटो वाला थोड़ा बीमार लग रहा था और उसको पैसों की भी सख्त जरूरत है इसीलिए वह उस महिला से बोलता है आप ही बताइए कितने रुपए देंगे फिर महिला बोलती है मैं तो सिर्फ तुम्हें ₹50 दूंगी ऐसा बोल कर वह उसको एड्रेस लिख कर दे देती है

और बोलती है मैं अभी बाजार में और सामान खरीद रही हूं तो तुम यह सामान घर पर पहुंचा देना मैंने फोन कर दिया है और तुम्हारा ऑटो का नंबर भी नोट कर लिया है ताकि तुम इधर-उधर ना हो सको

 ऐसा बोलकर वह महिला और उसका पति वहां से चले जाते हैं अब ऑटो वाला उनका सामान उस एड्रेस पर पहुंचने के लिए निकल पड़ता है अब कुछ समय बीत जाता है महिला घर पर फोन करके पूछती कि हमने जो सामान भेजा था तुम्हें मिला या नहीं ….. उसका बेटा बोलता है नहीं यहां तो कोई ऑटो वाला नहीं आया है अभी तक

अब महिला को बहुत गुस्सा जाता है कि इतनी देर हो गई है महिला गुस्से में अपने पति से बोलती है अगर इस ऑटो वाले ने कुछ गड़बड़ी करी तो मैं इसको छोडूंगी नहीं इसको पुलिस के हवाले करके रहूंगी ऐसा बोलकर वहां बड़बड़ाने लगती है



तभी उसका पति बोलता है अरे क्या पता क्या कुछ हो गया हो उसे एड्रेस ना मिल रहा हो कुछ भी हो सकता है थोड़ा इंतजार करो

अब वह दोनों इंतजार करते हैं और थोड़ी देर बाद फिर जब घर पर फोन करते हैं तो ऑटो वाला नहीं पहुंचता  अब उसका पति कहता है चलो सामान बाद में खरीदेंगे पहले उस ऑटो वाले को ढूंढते हैं वह कहां गयब हो गया हे

 महिला गुस्से में बड़बड़ाये जा रही थी और बोल रही थी इन लोगों पर तो भरोसा ही नहीं करना चाहिए मेरी तो मत मारी गई थी जो मैंने इस ऑटो वाले पर भरोसा करा

 ऐसा बोलकर वह उसे ढूंढने के लिए अपने घर की और निकल जाते हैं कही पर भी उस  ऑटो का कोई सुराग नहीं मिलता

अब महिला को और ज्यादा गुस्सा जाता है तभी उस महिला की नजर एक दूसरे ऑटो वालों पर पड़ती है जो उसके घर की ओर जा रहा था अब महिला उस ऑटो को रोकती हैं

और उस पर चिल्लाने लगती है कि तुम सब ऑटो वाले ऐसे ही होते हो यह सामान तो मेरा है कहां ले जा रहे हो

 और जिसको हमने यह सामान दिया था वह कहां गायब हो गया हैं तुम लोग मेरा सामान चोरी करने की फिराक में थे मैं अभी पुलिस को बुलाती हूं अभी तुम लोगों को सबक सिखाती हूं ऐसा बोलकर वह उस ऑटो वाले पर गुस्सा उतरती है

अब वह ऑटो वाला उससे बोलता है बहन जी पहले मेरी बात सुन लो तभी फिर उसका पति बोलता है बताओ क्या हुआ यह सामान तुम क्यों ले जा रहे हो और यह सामान तो हमने किसी और ऑटो वाले को दिया था क्या गड़बड़ हो हो रही है तभी हम किसी ऑटो वाले पर भरोसा नहीं करते हैं तुम लोगों की इन्हें हरकतों की वजह से लोगों का तुम पर से विश्वास उठता जा रहा है

दूसरा ऑटो वाला उनकी यह सब बातें सुनकर गुस्से में जाता है और कहता है बस हो गया अब पहले मेरी बात सुनो फिर तुम लोग बोलना यह लो आपकी एड्रेस वाली पर्ची और यह आपका 50 का नोट

जैसे ही दोनों पति-पत्नी उस एड्रेस वाली पर्ची और पैसे को देखते हैं तो वह हैरान हो जाते है

तब ऑटो वाला उनको बताता है कि जिस ऑटो में तुमने अपना सामान रखा था उसकी तबीयत बहुत ज्यादा खराब थी वह रास्ते में बेहोश हो गया था उसकी गाड़ी का भी एक्सीडेंट हो गया

क्योंकि वह मुझे जानता था इसलिए अस्पताल जाते- जाते --------------- वह मेरे हाथ में तुम्हारे दिए हुए पैसे और यह पर्ची देखकर गया और बोला कि भैया मुझ पर किसी ने भरोसा किया है उसका भरोसा नहीं टूटना चाहिए यह पर्ची में एड्रेस है यह सामान इस एड्रेस पर छोड़ दो

 ऐसा बोलकर उसने मुझे यह पर्ची दी इसीलिए मैं सामान लेकर तुम्हारे घर की ओर जा रहा हूं

अब दोनों पति-पत्नी उसकी यह बात सुनकर बहुत ज्यादा शर्मिंदा होते हैं क्योंकि बोलने के लिए उनके पास कोई शब्द नहीं थे

 ऑटो वाला बोलता है कि साहब हर कोई एक जैसा नहीं होता है इस दुनिया में बेईमान लोग भरे हैं तो इमानदारो की भी कमी नहीं है इसीलिए दुनिया चल रही है आप लोग उस बेचारे पर इल्जाम लगाए जा रहे हैं और वह आपका सामान कहीं इधर-उधर ना हो हो करके अस्पताल में जाने से पहले भी आपकी अमानत को मुझे सुरक्षित सौंपने के लिए बड़बड़ाता रहा

अब दोनों पति-पत्नी उस ऑटो वाले से माफी मांगते हैं और बोलते हैं कि भैया हमें माफ कर दो हमसे गलती हो गई हमने उसके बारे में बहुत गलत बोला और सोचा अब हम दोनों पति-पत्नी को अपनी गलती का एहसास हो गया है

अब उसको ढूंढते हुए जब वह अस्पताल में जाते हैं तो अस्पताल के काउंटर में पता चलता है कि वहां तो पैसे ना होने की वजह से घर चला गया है अब दोनों पति-पत्नी यह बात सुनकर बहुत ज्यादा मायूस हो जाते हैं और सोचते हैं कि कैसे इस गरीब ओटो वाले की मदद की जाए अब वह अस्पताल से उसके घर का एड्रेस लेकर वहां उस एड्रेस पर जाने का फैसला करते हैं और दोनों पति-पत्नी उस एड्रेस पर पहुंच जाते हैं

तो देखते हैं कि एक बहुत पुराने से घर के अंदर वह ऑटो वाला रहता है और उसकी पत्नी बाहर आती है और उनसे पूछती है आप कौन हैं और वह क्यों आए हैं

तभी वह दोनों पत्नी पति-पत्नी उसको सारी बात बताते हैं तब उसकी पत्नी उनको बोलती हैं ठीक है आपका सामान तो आपके घर हिफाजत से पहुंच गया ना तो अब इनको आराम करने दीजिए ऐसा बोलकर वहां अपने दरवाजे को बंद कर लेती है

 तो दोनों पति-पत्नी हैरान हो जाते हैं कि यह ऐसा क्यों कर रही है हमने तो बस उसे सारी बात बताइए एक बार हमें उसको मिलने के बारे में बताया फिर भी यह हमें अंदर क्यों नहीं आने दे रही

दोनों सोचते हैं चलो एक बार और दरवाजा खोलने को बोले फिर से दरवाजा खटखटाते हैं दोनों फिर से बोलते हैं अरे हम कुछ कहना चाहते हैं  दरवाजा तो खोलो …अंदर से कोई आवाज नहीं आती फिर वह दरवाजा दोबारा खटखटाते हैं

 फिर उस ऑटो वाले की पत्नी दरवाजा खोलती है और बोलती है अब क्या है आप जाइए यहां से इन्हें आराम करने दीजिए तभी दोनों पत्नी पति-पत्नी बोलते हैं हमें एक बार उनसे मिलना चाहते हैं

तब फिर दोनों पति-पत्नी अंदर आते हैं और घर का नजारा देखकर हैरान हो जाते हैं कि घर में सिर्फ एक चारपाई और कुछ बर्तन ,रसोई में खाने-पीने का सामान नहीं है वह ऑटो वाला लेटा हुआ था और दर्द से तड़प रहा था

अब दोनों पति-पत्नी उसकी हालत को देखकर बोलते हैं कि अरे इनको तो बहुत ज्यादा चोट लगी है इनका तो इलाज करना पड़ेगा तभी ऑटो वाले की पत्नी बोलती है हमारे पास खाने के लिए पैसे नहीं है इलाज के लिए कहां से आएंगे साहब 2 दिन से घर पर खाने को कुछ नहीं है क्योंकि यह इतने दिन से बीमार पड़े थे और आजकल  इनका काम भी कम चल रहा है अब दोनों पति-पत्नी बोलते हैं कोई नहीं इंसानियत के नाते हम इनका इलाज करेंगे और फिर पति-पत्नी एंबुलेंस को बुलाते हैं और ऑटो वाले को एक अच्छे हॉस्पिटल में ले जाकर भर्ती करवाते हैं और उसकी पत्नी से बोलते हैं यह कुछ रुपए है अपने घर में खाने-पीने का इंतजाम कर लें अब धीरे-धीरे ऑटो वाला सही होने लगता है जब ऑटो वाला सही हो जाता है तो वह दोनों पति-पत्नी से मिलने जाता है तो ऑटो वाले उनके इस काम के लिए उन्हें हाथ जोड़कर धन्यवाद बोलता है

तभी पति-पत्नी बोलते हैं भैया धन्यवाद तो हमें आपको बोलना चाहिए आप जैसे ईमानदार व्यक्ति भी आज इस दुनिया में है जो अपनी जान की परवाह करे बिना अपना फर्ज निभाते हैं आप जैसे लोगों को हमने गलत समझ समझा …आपकी ईमानदारी से हम बहुत प्रभावित हुए मेरे हस्बैंड की कंपनी में एक ड्राइवर की जॉब खाली है जिसके लिए इन्होंने कंपनी में बात कर ली है और वहां आपको रहने खाने की व्यवस्था भी कंपनी देगी उनको ईमानदार व्यक्ति की जरूरत है क्या आप वहां पर काम करना चाहोगे

 

ऑटो वाला खुश हो जाता है और बोलता है मैं बहुत मेहनत से काम करूंगा जब उसकी जॉब कंपनी में लग जाती है तो वह दिन रात कंपनी में अपनी ड्राइवर की जॉब करता है एक दिन कंपनी के मालिक ने उसको अपने केबिन में बुलाया और उससे बोला कि आज मेरी तबीयत थोड़ा सही नहीं है एक काम करो यह सूटकेस है जिसमें कुछ पैसे है जिसको तुम्हें इस एड्रेस पर देकर आना है लेकिन ध्यान से जाना क्योंकि ज्यादा अमाउंट है इसीलिए तुम्हें अकेले ही जाना है

इसे थोड़ा ध्यान से जाना अब वह ऑटो वाला अपने मालिक से पैसों का भरा हुआ सूटकेस लेकर कर में रखता है और उस एड्रेस के लिए निकल जाता है .. कुछ दूर जाने पर वह देखता है कि रास्ते में एक पेड़ गिरा हुआ है उसको समझ में नहीं आता कि इस पेड़ को तो आंधी तूफान भी नहीं हिला सकता फिर यह पेड़ अचानक से इस रास्ते पर कैसे गिर गया

वह कार से उतर कर उस पेड़ को हटाने की कोशिश करता है तो बहुत मुश्किल से वह पेड़ हटा पाता है

जब वह अपनी गाड़ी की ओर वापस आता है गाड़ी में सूटकेस को चेक करता है तो देखता है कि वहां से सूटकेस गायब है अब वह बहुत परेशान हो जाता है अब उसके पसीने छूटने लगते हैं इतना सारा पैसा था और यहां से कौन ले गया आस-पास देखता है कोई नजर नहीं आता अब वह अपने मालिक को फोन करता है और सारी घटना के बारे में उन्हें बताता है तभी वह देखता है कि पास में ही कोई एक आदमी झाड़ियों से जा रहा था वह उसका पीछा करने लगता है और सूटकेस भी उसके हाथ में है वह दौड़ा चला जा रहा है

 अब वह उसके पीछे-पीछे दौड़ता है उसे पकड़ लेता है लेकिन चोर ने अपना मुंह मास्क से छुपाए होता हे इसलिए उसका चेहरा नहीं दिखता और दोनों में लड़ाई शुरू हो जाती है उसका चेहरा ढका हुआ था केवल उसके हाथ में पहनी हुई अंगूठी ही दिख रही थी

 अब उस चोर को लगता है कि ड्राइवर तो उस पर बहुत ज्यादा हावी होने लगा है तो वह सूटकेस छोड़कर वहां से भाग जाता है जब वह ड्राइवर सूटकेस लेकर कार में आता है तो अपने मालिक को फोन करके सारी घटना के बारे में बताता है कि कैसे एक मास्क वाले आदमी ने यह सब करा

वह उसे लड़ा लेकिन वह भाग गया उसका मालिक खुश हो जाता है और उससे बोलता है चलो कोई नहीं तुम फटाफट वहां से निकले और उसे सही जगह पर पहुंचा दो अब वह ड्राइवर उस पैसों को लेकर उस जगह पहुंच जाता है जब वह बाद में अपनी कंपनी वापस जाता है तो मालिक उसकी ईमानदारी और मेहनत से बहुत खुश हो जाते हैं और उसे बोलते हैं तुम जैसा ईमानदार व्यक्ति को ही इस कंपनी में जरूरत है

पढ़ा-लिखा होना जरूरी नहीं है इसके साथ-साथ ईमानदार और मेहनती होना भी जरूरी है इसलिए मैं आज से तुम्हें कंपनी में सभी ड्राइवर का हेड मैनेजर बनाता हूं और उसको प्रमोशन मिल जाता है

अब उसकी पगार भी अच्छी हो जाती है उसको रहने के लिए अच्छा घर मिल जाता है धीरे-धीरे उसके हालत सुधारने लगती है

 क्योंकि वह बहुत मेहनत ही था इसीलिए वह लगन से कंपनी में काम करता रहता है लेकिन एक दिन जब वहां सभी ड्राइवर बैठकर साथ में मीटिंग कर रहे होते हैं तो वहीं उनमें से एक आदमी के हाथ पर उसकी नजर पड़ती है और उसको याद आता है कि जिस दिन उसकी लड़ाई हुई थी उस मास्क वाले आदमी से उसके हाथ में भी वही अंगूठी थी

 जब उसको उस आदमी पर शक होता है वह कम्पनी में उसके बारे में पूछ- ताछ करता है और उसे पता चलता है कि यहां कंपनी में नया-नया आया है पहले यह ऑफिस में काम करता था लेकिन वहा इसको चोरी करते हुए पकड़ा गया था इस लिए इसको ऑफिस से हटा कर ड्राइवरी में लगा दिया गया है अब उस ऑटो वाले को उस पर ज्यादा गहरा शक हो जाता है

कि यह वही आदमी है जो उसे दिन उसका सूटकेस छीनकर जा रहा था लेकिन इसको यह सब बातें कैसे पता चली अब वह उस पर नजर रखना लगता है एक दिन वह अपने मालिक के केबिन में बात कर रहा होता है तो उसकी केबिन के बाहर किसी के पैरों की आवाज आती है तो वह एकदम से बाहर जाता है तो उसको वही ड्राइवर मिलता है अब वह उसको पकड़ लेता है और अपने मालिक को भी बुलाता है और उनको सारी बातें बताता है कि कैसे उस दिन इस मास्क वाले आदमी से वह लड़ा था और इसको कैसे पता चला इतना सारा कैश लेकर जा रहा हूं

 यही वह आदमी है लेकिन वह ड्राइवर इस बात से साफ इनकार कर देता है और बोलता है कि यह मुझे कंपनी से निकलवाना चाहता है इसीलिए यह सब बातें बोल रहा है

अब उस ऑटो वाले को समझ में नहीं आता वह अपनी इस बात को कैसे साबित करें उसके दिमाग में एक बात आती है वह अपने मालिक से बोलता है कि जिस दिन आपने मुझे पैसे दिए थे आप उस दिन का सीसीटीवी फुटेज चेक करिए की ये उस समय कहां था

जब वह फोटो सीसीटीवी फुटेज देखते हैं तो वह बहुत हैरान हो जाते हैं कि वह उनके केबिन के बाहर यह आदमी सारी बातें सुनने की कोशिश कर रहा था

अब मालिक पुलिस को बुलवा कर उस ड्राइवर को गिरफ्तार करवा देते हैं और ऑटो वाले से बोलते हैं कि तुमने तो ईमानदार हो और आज तुमने सीसीटीवी को देखने की बात करके यह भी सिद्ध कर दिया कि तुम बहुत ज्यादा बुद्धिमान भी हो

मैं अब बहुत ज्यादा बूढ़ा हो गया हूं और बीमार रहता हूं इसीलिए तुम जैसे ईमानदार व्यक्ति को इस कंपनी का पार्टनर बनना चाहता हूं जो मेरे बाद इस कंपनी को अच्छे तरीके से चला सके ऐसा बोलकर वह उसको अपने बेटे के समान उसे कंपनी में एक हिस्सेदारी के रूप में रख लेता है और अपनी ईमानदारी मेहनत और लगन के बल पर एक छोटा ऑटो वाला गरीब बना करोड़पति एक कंपनी का सीईओ बन जाता है

इसीलिए कहते हैं सच्ची लगन मेहनत और ईमानदारी कभी बेकार नहीं जाती एक न एक दिन उसका बेहतर परिणाम हमें मिलता जरूर है

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