बहुत पुराने समय की बात है एक छोटे से गांव में एक गरीब किसान रहता था उसका घर बहुत ही टूटा-फूटा और जर्जर हालत में था बरसात के मौसम में उसके घर में पानी घुस आता था क्योंकि घर बहुत ही ज्यादा पुराना हो चुका था अब वह परेशान हो जाता था कि वह क्या करें
यह देखकर गरीब किसान तुरंत रस्सी कुएं में फेक कर उस बूढ़े आदमी की मदद करता है और उस बूढ़े आदमी को रस्सी से बाहर निकाल देता है अब वह बूढ़ा आदमी किसान से बोलता है बेटा तुमने मेरी मदद करी इसके लिए बहुत-बहुत धन्यवाद तभी गरीब किसान पूछता है कि आप लेकिन आप इस कुएं में गिर कैसे गए जब मैं यहां पर आया था तो यहां पर ऐसा कुछ भी नहीं था बूढ़ा आदमी किसान बताता है कि मैं रास्ता भटक गया था और चलते--- चलते मुझे कुछ दिखा नहीं जिसकी वजह से मैं इस कुएं में गिर गया आज तुमने मेरी जान बचाई मेरे पास देने के लिए कुछ भी नहीं है लेकिन मैं तुम्हें कुछ देना चाहता हूं तभी गरीब किसान इंसान बोलता है नहीं मुझे कुछ नहीं चाहिए आप अपना ध्यान रखिए ऐसा बोलकर वह वहां से जाने लगता है तभी बूढ़ा आदमी किसान को आवाज लगता है और अपने पास बुलाकर बोलता है मैं इस राज्य का राजा हूं
मैं अब तुम्हें सारी कहानी बताता हूं ऐसा बोलकर वह उसे अपनी सारी कहानी बताता है कि मेरे साथ बहुत बुरा हुआ मेरा राज्य मेरे भाइयों द्वारा हड़पने के लिए मुझे इस कुएं में लाकर फेंक दिया था लेकिन जब कल मेने पेड़ के नीचे तुम्हारी आवाज सुनी तो मैंने जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया और फिर तुमने मुझे कुएं से निकाल कर मेरी जान बचा ली तुमने साबित कर दिया तुम एक ईमानदार किसान हो ऐसा बोल कर वह उसको अपने महल ले जाता है और महल में जाकर यह घोषणा करता है कि आज के बाद इस महल का राजा यह गरीब किसान होगाऔर उसकी ईमानदारी की वजह से रातों रात उसकी किस्मत चमक जाती है और वह अब सोने के महल में रहने लगता है.
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