मनोज और प्रभा एक कॉलेज में साथ में पढ़ते थे मनोज बहुत अमीर घर का लड़का था वही प्रभा पड़ने में बहुत ही ज्यादा होशियार थी और कॉलेज के सभी कार्यक्रमों में भाग लेने वाली लड़की थी मनोज प्रभा को बहुत प्यार करता था लेकिन प्रभा हमेशा अपनी पढ़ाई पर फोकस रहती थी
एक दिन कॉलेज में एनुअल फंक्शन का आयोजन किया गया जिसमें प्रभा को मुख्य किरदार के रूप में भाग लेना था जब मनोज को यह बात पता चली तो वह भी उस नाटक में पार्टिसिपेट करने के लिए अपना नाम लिखवा देता है क्योंकि मनोज एक अच्छे घर से तालुकात रखता है इसलिए प्रिंसिपल उसके नाम को सेलेक्ट कर लेते हैं अब मनोज को इस बहाने से प्रभा के साथ समय बिताने का एक अच्छा मौका मिल जाता है
धीरे- धीरे प्रभाव भी मनोज को समझने लगती है वह सोचती है कि जिस तरीके का वह समझती थी मनोज वैसा नहीं है क्योंकि प्रभाव को लगता था कि अमीर घर के लड़के बिगड़ैल होते हैं लेकिन प्रभा ने देखा कि मनोज उन लड़कों में से नहीं है वह बहुत सिंसियर और धैर्यावर लड़का है यह बात मनोज ने अपने अभिनय से भी साबित कर दी थी अब प्रभावी मनोज को धीरे-धीरे चाहने लगी थी कॉलेज का एनुअल फंक्शन होता है और तालिया की गड़गड़ाहट के साथ पूरा हाल गूंज उठना है तभी मनोज माइक लेकर सबके सामने प्रभा से अपने प्यार का इजहार कर देता है इतने सारे लोगों के सामने मनोज की यह हरकत को देखकर प्रभा घबरा जाती है और कुछ नहीं बोल पाती और वह स्टेज के पीछे चली जाती है
अब मनोज भी प्रभा के पीछे-पीछे जाता है और प्रभा मनोज से बोलती है मैं भी तुम्हें प्यार करती हूं लेकिन इतने सारे लोगों के सामने बोलने की हिम्मत मेरे पास नहीं है अब दोनों की प्रेम कहानी पुरे कॉलेज में मशहूर हो जाती है लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था मनोज एक बहुत ही अमीर खानदान का लड़का था उसके मां-बाप को जब यह बात पता चली तो वह मनोज को साफ-साफ शब्दों में कह देते हैं कि मनोज अगर तुमने हमारी मर्जी के खिलाफ शादी करी तो तुम हम दोनों का मरा हुआ मुंह देखोगे मनोज एक बहुत ही सौम्य किस्म का लड़का था इसलिए वह नहीं चाहता था कि जिन मां-बाप ने उसको इतने लाड प्यार से पाला है आज उसकी वजह से उनका कोई तकलीफ हो और मनोज अपनी मां को सबसे ज्यादा प्यार करता है इसलिए वह उनकी बात मान लेता है और प्रभा से दूरी बना लेता है
अब प्रभाव इस बात को नोटिस करती है कि मनोज अब उससे बात नहीं कर रहा है वह मनोज के पास जाती है लेकिन मनोज उससे दूर चला जाता है अब यह बात प्रभा को मन ही मन खाये जा रही थी वह बहुत परेशान रहने लगती है एक दिन वह मनोज से पूछ ही लेती है कि तुम ऐसा क्यों कर रहे हो तो मनोज बोलता है कि अब एनुअल एग्जाम का टाइम आ गया है मैं यह चाहता हूं कि हम लोग अपनी पढ़ाई पर फोकस करें ऐसा बोल कर मनोज वहां से चला जाता है और प्रभा हैरान परेशान होकर चली जाती है
अब कुछ दिनों बाद जब एग्जाम खत्म हो जाते हैं तो रिजल्ट आता है तो कॉलेज में सभी लड़के- लड़किया इकट्ठा होते हैं तो प्रभा देखती हैं कि मनोज वहां पर नहीं है यह देखकर वह बहुत परेशान हो जाती है तभी उसकी एक सहेली बताती है कि तुझे पता है मनोज की शादी हो गई है यह सुनकर प्रभाव के पैरों तले जमीन खिसक जाती है और वहा बेहोश होकर गिर जाती हे उसकी सभी सहेलियों उसको उठाकर अस्पताल ले जाती है अब उसके मां-बाप भी अस्पताल में आ जाते हैं और वह देखते हैं कि प्रभा बेहोश पड़ी है और डॉक्टर बोलते हैं कि इसको बहुत बड़ा सदमा लगा है जिसकी वजह से इसकी मानसिक स्थिति खराब हो गई है
अब उसके मां-बाप बहुत परेशान हो जाते हैं कि क्या करें प्रभा दिन प्रतिदिन मानसिक रूप से कमजोर होती जा रही है अब उसके मां-बाप उसको एक अच्छे डॉक्टर को दिखाते हैं तो धीरे-धीरे दवाइयां से उसकी मानसिक स्थिति फिर से सही होने लगती है उसके मां-बाप उसको समझते हैं बेटा जिंदगी बहुत लंबी है ऐसे नहीं करते हैं वह अपने मां-बाप को देख कर बोलता है मम्मी पापा आपकी ख्वाहिशें के लिए मैं एक नई शुरुआत करना चाहती हूं
प्रभा पड़ने में बहुत ही ज्यादा होशियार थी इसलिए उसने पूरा कॉलेज टॉप किया था और बड़ी-बड़ी कंपनियां उसके घर पर ऑफर लेटर लेकर आए हुए थे उनमें से प्रभा एक कंपनी को सेलेक्ट करती है और उसमें अपनी जॉब के लिए जॉइनिंग कर लेती है अब प्रभा धीरे-धीरे अपने ऑफिस के कार्य में काम में ध्यान देने लगती है तो तभी वहां एक दिन ऑफिस में एक नए बॉस की एंट्री होती है जब वह बॉस को देखती हैं तो उसके होश उड़ जाते हे यह शख्स कोई और नहीं मनोज है तभी वह अपने केबिन की ओर जाती है और थोड़ी देर में बॉस उसको बुलाते हे और वह अपने बॉस के केबिन में जाती है और फिर प्रभा बोलती है मेरी इतनी बुरी हालत करके भी क्या तुम्हारा दिल अभी नहीं भरा जो तुम दोबारा मेरी जिंदगी में आ गए हो
फिर से एक नया खेल खेलने क्या तुम नहीं चाहते कि मैं इस दुनिया में एक हंसी-खुशी वाली जिंदगी जी सकूं ऐसा बोलकर प्रभा रोने लगती है तभी मनोज उसको बोलना है प्रभा तुम पहले एक बार मेरी बात सुनो है प्रभा मुझे कहीं कुछ नहीं सुनना है तुम्हें पता है पिछले 2 सालों में से किस दौर से गुजरी हूं अब मुझे तुमसे कोई बात नहीं करनी है अगर तुम इस जगह के बॉस हो तो मैं आज से ही यहां रिजाइन देकर चली जाऊंगी तभी मनोज बोलता है एक बार मेरी बात सुन लो उसके बाद तुम्हें जो करना है कर लेनामैं तुम्हें वाक्य में ही बहुत प्यार करता हूं करता था करता रहूंगा लेकिन मेरी बात सुनो मेरी मां हार्ट की पेशेंट है और तुम्हें पता है ना मेरे पिताजी कितने ज्यादा गुस्से वाले हैं जब उन्हें पता चला कि हम दोनों एक दूसरे से प्यार करते हैं तो उन्होंने मेरे आगे एक शर्त रख दी कि तू हमारे पसंद से ही शादी करेगा नहीं तो हमारा मरा हुआ मुह दिखेगा और मैं अपनी मां को बहुत प्यार करता हूं मैं नहीं चाहता था कि मेरी छोटी सी खुशी के सामने मैं उनकी मौत की वजह बनु जिसकी वजह से मैं खामोश रहा और उन लोगों ने मेरी जबरदस्ती शादी किसी और लड़की से करवा दी लेकिन देखो कुदरत को कुछ और ही मंजूर था जिस दिन मेरी बारात घर लौट कर आ रही थी तो उस दिन रास्ते में ही हमारा बहुत बड़ा एक्सीडेंट हुआ जिसमें मेरी पत्नी की डेथ हो गई और मैं भी 1 साल के लिए कोमा में चला गया
1 साल बाद जब होश में आया और मैंने आपको धीरे-धीरे संभाला और मेरे पिताजी को भी समझ आ गया कि कहीं ना कहीं उनसे भी कोई गलती हुई है जिसकी सजा आज उनका बेटा झेल रहा है यह सोचकर उन्होंने मुझसे माफी मांगी और बोल बेटा तुझे जहां शादी करनी है जो तुझे पसंद है वह कर ले अब हम तेरे को कभी रोक-टोक नहीं करेंगे फिर मैं तुम्हारे बारे में पता लगाने की कोशिश करी तो पता चला कि तुम पिछले 1 साल से मेंटल डिस्टर्ब थी लेकिन अब धीरे-धीरे तुम मुझे भूल चुकी हो और तुम्हारी सहेली ने मुझे बताया कि अब उसने एक अच्छी कंपनी में जॉब ज्वाइन कर ली है मैं तुम्हें सच्चा प्यार करता था इसीलिए एक बार मिलना चाहता था और तुम्हें अपनी बात बताना चाहता था और इसलिए मैंने भी यह कंपनी ज्वाइन कर ली मुझे गलत मत समझो शायद हमारी किस्मत को यही मंजूर था इसीलिए हमारा दोबारा मिलना हुआ
किस्मत ने हमारे साथ ऐसा खेल खेला मुझे समझ में नहीं आ रहा..
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