एक बहुत पुराने समय की बात है किसी गांव में एक लड़की रहती थी जो दिखने में ज्यादा सुंदर नहीं थी
उसकी सहेलियां उसके इस रूप की वजह से उसको चिढ़ाती रहती थी और उनमें से दो सहेलियां जो उसका ज्यादा मजाक उड़ाती रहती थी उसको देखकर ताने देती रहती थी
अब एक दिन वह लड़की बहुत ज्यादा ही परेशान हो जाती है और किसी को बिना बताए जंगल की ओर चली जाती है वह जंगल में बहुत बड़ा तालाब होता है वह उस तालाब में कूद जाती है
जैसे ही वह तालाब में कूदती है वह देखती है कि वह डूबने की वजह ऊपर की ओर आ रही और हैरान हो जाती है कि वह डूब क्यों नहीं रही
जब भी वह डूबने की कोशिश करती है तो वह फिर से तैरकर ऊपर आ जाती है अब वह घबरा जाती है और घर वापस चली जाती हे घर पहुंचकर किसी को भी जंगल की कोई बात नहीं बताती और आईने में अपने आप को देख रही होती हे और चौक जाती
हे कि वह पहले से ज्यादा सुंदर दिखने लग गई है
फिर उसकी दोनों सहेलियां भी उसको मिलने आती है और दोनों उसको देखकर चौंक जाती है बोलती है अरे तुम्हारा चेहरा तो पहले से बहुत ज्यादा सुंदर दिख रहा है ऐसी कोनसी जादुई चीज़ लगाई तुमने अपने चेहरे पर
वह लड़की बहुत ही भोली और दिल की साफ होती हे तो उसने अपनी दोनों सहेलियों को अपनी जंगल वाली बात बता देती हे
लेकिन उसकी सहेलियां बहुत ज्यादा चालाक थी और उसे जलती थी उन दोनों सहेलियों को उसका सुंदर दिखने बिल्कुल भी अच्छा नहीं लग रहा था वह सहेलियां आपस में बातें करती हैं कि हमें भी उस जंगल में जाकर तालाब देखना चाहिए ताकि हम इससे भी ज्यादा सुंदर बन जाए
एक दिन मौका पाकर दोनों सहेलिया उस
भोली लड़की को अपने साथ जंगल ले जाती हे और जंगल में जादुई तालाब के पास पहुंच जाती हैं
अब उसकी दो सहेलियां बोलती हैं हम तो वैसे ही सुंदर है इस तालाब में अगर हम नहाएंगे तो और भी सुंदर हो जाएंगे ऐसा सोचकर वह दोनों सहेलियां तालाब में कूद जाती है लेकिन जब वह तालाब से बाहर निकलती है तो देखती है वह सुंदर होने की जगह और ज्यादा बदसूरत दिखने लगती है
अब वह दोनों सहेलियां भोली लड़की से बोलते हैं तूने हमें बेवकूफ बनाया तालाब में नहाने से हमारा चेहरा और भी ज्यादा खराब हो गया है हम तुझे छोड़ेंगे नहीं ऐसा सुनकर वह लड़की बहुत घबरा जाती है
फिर वह तालाब से जाकर बोलती है तुमने तो मुझे इतना ज्यादा खूबसूरत बनाया लेकिन मेरी सहेलियों का ऐसा हाल क्यों किया अगर तुमने इनको सही नहीं किया तो मुझे पुराना चेहरा वापस लौटा दो ऐसा बोलकर वह भी तालाब में कूद जाती है
जैसे ही वह तालाब में होती है तो उसकी सहेलियों का चेहरा फिर से ठीक हो जाता है
अब तीनों सहेलियां उस तालाब से बाहर निकलती है और उन दो सहेलियों को अपनी गलती का एहसास होता है
और वह उससे माफी मांगती और बोलती हमें माफ कर दो हमने जलन के मारे ऐसा किया लेकिन हमें आज पता चल गया कि इंसान की खूबसूरती चेहरे से नहीं उसके दिल से होती है तुमने आज हमारा चेहरा बदसूरत होने से बचा लिया इसके लिए हम तुम्हारा एहसान कभी नहीं भूलेंगे
अब वह तीनों सहेलियां हंसी-खुशी अपने गांव वापस लौट जाती है
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