आज कॉलेज का आखिरी दिन था इसलिए कॉलेज में फेयरवेल का प्रोग्राम रखा गया था जिसमे सभी लड़के और लड़किया नई ड्रेस पहन कर आये थे कॉलेज का लास्ट डे होने की वजह से सब दोस्त आखरी बार एक दूसरे से मिल रहे थे इस दिन के बाद फिर सभी अपनी अपनी लाइफ में बीजी हो जाएंगे
रवि जब कॉलेज पहुँचता हे तब तक फेरवेल ख़त्म हो चुकी होती हे और सभी लड़के और लड़किया अपने अपने घर जा चुके होते हे अब रवि पुरे कॉलेज में इधर - उधर पूजा को ढूंढ़ता हे लेकिन पूजा कही नहीं मिलती तो रवि परेशान होकर वहा जाता हे जहा पूजा बैठती थी रवि वहाँ देखता हे की डेस्क के पास एक रुमाल गिरा हे जिसमे प लिखा होता हे वह समझ जाता हे की यह रुमाल पूजा का हे रवि उस रुमाल को उठा कर अपने पास रख लेता हे पूजा की यादगार निशानी के रूप में रवि किसी भी तरीके से पूजा के बारे में पता नहीं कर पता रवि बार बार यही सोचता हे काश उसने पूजा को पहले ही बता दिया होता अब धीर धीरे समय निकल जाता हे रवि एक अच्छी कंपनी में जॉब करने लगता है काफी समय बीतने के बाद रवि के माँ-बाप उसको शादीके लिए उसे फाॅर्स करते हे
तो रवि अपने माँ बाप की ख़ुशी के लिए हामी भर देता हे लेकिन रवि के मन में पूजा के ही ख्याल आते रहते हे हमेशा उसी के बारे में सोचता रहता हे शादी के बाद भी रवि पूजा को भूल नहीं पाया जिसकी वजह से रवि अपनी वाइफ प्रीति से बात नहीं करता था उसकी वाइफ रवि से बार बार पूछती थी तुम इतने गुमसुम और उदास क्यों रहते हो लेकिन रवि कोई जवाब नहीं देता था एक दिन रवि ऑफिस को जाने के लिए रेडी होक बैठा था और उसके हाथ में एक रुमाल था प्रीति जैसे ही रवि के लिए चाय लाती हे उसकी नज़र अचानक से ही उस रुमाल पर पड़ती जाती हे और प्रीति रवि से पूछती हे यह रुमाल किसका हे रवि, रवि कोई जवाब न देकर रुमाल को तुरंत छुपा लेता हे और हड़बड़ाते हुए बिना चाय पिए ऑफिस को चला जाता हेअब प्रीति एक दिन मौका देख के रवि की अलमारी से वो रुमाल निकाल लेती हे
उस रुमाल को जैसे ही वह खोल के देखती हे तो प्रीति की आखे फटी की फटी रह जाती हे क्युकी वो रुमाल प्रीति का ही होता हे जब रवि शाम को ऑफिस से घर आता हे तो प्रीति उस रुमाल के बारे में पूछती हे पहले तो रवि इधर उधर की बाते करता हे लेकिन जब प्रीति उसको अपनी कसम देके पूछती हे तब रवि उस रुमाल के बारे में सब सच बता देता हे की वह कॉलेज टाइम पर एक लड़की पूजा से प्यार करता था लेकिन कभी कह नहीं पाया इतना सुनते ही प्रीति रोने लगती हे तो रवि बोलता हे अभी तुमने ही बोला सच बताओ में तुम्हे कुछ नहीं कहुगी तो अब तुम रो क्यों रही हो मेने तुमसे पहले ही बोला था प्रीति मुझसे मत पूछो अब तुम रोने लग गयी मुझे माफ़ कर दो
प्रीति रोते रोते बोलती हे ये रुमाल उसका हे प्रीति की ये बात सुनकर वह बहुत जोर से हंसता हे और कहता हे ऐसा मजाक मुझसे मत करो और जिसका ये रुमाल था उसका नाम प से हे देखो इसमें प लिखा हे ये रुमाल पूजा का था और तुम तो लंदन में रहती थी और पूजा तो कवी लंदन गयी नहीं तो ये रुमाल तुम्हारा हो ही नहीं सकता प्रीति प्रीति रोते हुए बोलती हे में तुमको कैसे समझाऊ रवि ये रुमाल मेरा ही हे तभी रवि बोलता हे चलो बताओ में किस कॉलेज से पड़ा था और पूजा कहा बैठती थी और वह क्या क्या करती थी प्रीति रवि को सारी बाते बता देती हे की कॉलेज किस ईयर में पास किया और रवि के साथ हुयी कॉलेज की वह बात बताती हे जब एक बार तुम कैंटीन में चाय पी रहे थे और में वह से गुजरी तो चाय मेरे बेग पर गिर गयी थी और तुम बिना सॉरी बोले वहा से भाग गए थे
रवि ये सब सुनकर बहुत हैरान हो जाता और वो समझ नहीं पाता ये सब हो क्या रहा हे तभी रवि बोलता हे लेकिन मुझे यह समझ में नहीं आ रहा जब तुम प्रीति हो तो तुमको पूजा कैसे समझू फिर प्रीति जब अपनी कहानी रवि को बताती हे तो वह हैरान हो जाता हे प्रीति बताती हे जैसे कॉलेज के बाद तुम एक बड़ी कंपनी में जॉब कर रहे हो ऐसे ही मेने भी कॉलेज के बाद बहुत बड़ी कम्पनी में जॉब करने लगी थी और मुझे प्रमोशन करके लंदन भेज दिया था
जब में लंदन में थी
तो एक दिन अचानक से मेरी कार का एक्सीडेंट हो गया था और जिसकी वजह से में एक महीना
कोमा में रही और डॉक्टर ने बोला मेरा बचना मुश्किल हे और मेरा चेहरा भी बुरी तरह से
जल गया था जिससे मेरे चेहरे की प्लास्टिक सिरगुरी हुयी जिसे मेरा चेहरा पूरी तरह बदल गया और कोमा से बहार आके
मेने जब अपने चेहरा देखा तो पहचान नहीं पायी मुझे नफरत हो गयी थी अपने नाम से इसलिए
मेने एक नयी शुरआत करने की कोशिश करी और अपना नाम बदल कर नयी कम्पनी ज्वाइन कर ली ताकि
कोई मुझे पहचान न सके क्युकी में किसी से भी मिलना नहीं चाहती थी इसी वजह से फिर में
इंडिया आ गयी और फिर एक दिन तुम्हारा शादी का रिस्ता मेरे लिए आया और में समझ गयी तुम
वही रवि हो जो मेरे साथ कॉलेज में पढ़ते थे इसलिए मेने इस रिश्ते के लिए हां करी और
तुमसे शादी करी
तभी रवि बोलता हे तुम्हे जब सब पता था की में रवि हु और में पूजा के बारे सोचता रहता हु तो तुमने मुझे बताया क्यों नहीं तब प्रीति बोलती हे मेने इसलिए नहीं बताया क्युकी में देखना चाहती थी की कोई इंसान किसी को कितना सच्चा प्यार कर सकता हे आज मुझे पता चला की तुम जैसा सच्चा प्यार करने वाला इस दुनिया में किस्मत वालो को ही मिलता हे
रवि और पूजा दोनों
एक दूसरे को देखकर मन ही मन बहुत खुश होते हे और बोलते हे ऊपर वाले ने केसा खेल खेला
आज हम दोनों को ऐसे मिलाया.
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